सोशल मीडिया साइट रेडिट पर इस शख्स ने बताया कि कैसे उसकी मां की एक गलती की वजह से उसे करोड़ों का नुकसान हुआ और वह डिप्रेशन में चला गया। इस युवक ने 10 हजार के बिटकॉइन 6 हजार रुपए में खरीदे थे।अगर पैसे जेब से निकल जाते हैं या मोबाइल गुम हो जाता है तो हम परेशान हो जाते हैं। आखिर नुकसान भले ही छोटा हो या बड़ा, लेकिन एक युवक की मां की गलती इतनी भारी थी कि उसके हजार नहीं बल्कि एक झटके में तीन हजार करोड़ रुपये खत्म हो गए। इस युवक ने सोशल मीडिया साइट रेडिट पर अपना दुख साझा किया है।
उसकी मां की एक गलती की वजह से उसे करोड़ों का नुकसान हुआ
इस साइट पर लोग अपनी पहचान छिपाकर अपनी जान की कहानी सुनाते हैं और अपने मन को हल्का करते हैं। इस युवक ने अपना दर्द भी जाहिर किया है।सोशल मीडिया साइट रेडिट पर इस शख्स ने बताया कि कैसे उसकी मां की एक गलती की वजह से उसे करोड़ों का नुकसान हुआ और वह डिप्रेशन में चला गया। एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, 2010 में जब युवक कॉलेज में था तो उसके दोस्तों ने उसे बिटकॉइन खरीदने के लिए मजबूर किया।

उस समय इस युवक ने 6 हजार रुपए में 10 हजार बिटकॉइन खरीदे थे, लेकिन कॉलेज पास करने के बाद उसके दिमाग में यह बात सामने आई। उन्होंने काम करना शुरू कर दिया और पूरी तरह से भूल गए कि उन्होंने कभी क्रिप्टोकरेंसी खरीदी है।पिछले कुछ सालों में क्रिप्टो करंसी को लेकर काफी चर्चा हुई है और इसकी डिमांड की वजह से इसकी वैल्यू भी बढ़ने लगी है। जब उन्होंने यह खबर सुनी तो उन्हें अपने कॉलेज के दिनों में बिटकॉइन खरीदना याद आया ।
उसकी मां ने बताया कि उन्होंने लैपटॉप को कबाड़ में फेंक दिया था
इस युवक ने आगे अपनी पोस्ट में बताया कि जब वह उसके घर गया और अपनी मां से लैपटॉप की तलाश शुरू की, जिसमें बिटकॉइन के बारे में जानकारी थी। जब उसे लैपटॉप नहीं मिला तो उसने अपनी मां से पूछा तो उसकी मां ने जो कहा उसे सुनकर वह चौंक गई। उसकी मां ने बताया कि उन्होंने लैपटॉप को कबाड़ में फेंक दिया था। यह सुनकर युवक के होश उड़ गए। उन्होंने अनुमान लगाया कि उन्हें तीन हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। वह अपनी मां से काफी नाराज हो गया लेकिन कुछ नहीं कर सका।
इस नुकसान के बारे में सोचकर वह इतना परेशान हो गया कि डिप्रेशन में चला गया।युवक ने बताया कि इस वजह से वह काफी देर तक डिप्रेशन में था, लेकिन डिप्रेशन से बाहर आने के बाद भी उसे पछतावा है कि इतनी बड़ी रकम उसके हाथ से निकल गई।बता दें कि क्रिप्टो करंसी एक डिजिटल करंसी है जिसे साल 2009 में पेश किया गया था। इसकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए सरकार जल्द ही इसके लिए नया बिल लाने जा रही है।यह भी पढ़ेंः क्रिप्टोकरेंसी बिल: भारत में ‘ बिटकॉइन ‘ को मुद्रा के रूप में मान्यता नहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को स्पष्ट